सागर । राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला में चल रहे तीन दिवसीय ज्यूडिशियल अधिकारियों के प्रशिक्षण में दूसरे दिन आई पंकज श्रीवास्तव ने कंप्यूटर अपराधों का बढ़ता दायरा लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में आई जी ने प्रेजेन्टेशन के माध्यम से कंप्यूटर फॉरेंसिक विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
उन्होंने कंप्यूटर फॉरेंसिक विषय की बारीकियों को समझाते हुए देश व प्रदेश में इस उपयोग किए जाने साथ ही डिजीटल साक्ष्य को कंप्यूटर द्वारा कैसे जब्त किया जाए अपने विचार रखे। मोबाइल ट्रेकिंग, डिजीटल हस्ताक्षर अथवा सिम कार्ड का उपयोग किस शहर में कहां किया जा रहा है इस पर प्रशिक्षित किया। ईमेल, बेबसाइट हेकिंग आदि विषय पर भी उन्होंने चर्चा की।
वैज्ञानिक आलोक माथुर ने विभिन्न प्रकार के उपकरणों द्वारा रायफल, पिस्टल की पहचान कर अपराधी से संबंध स्थापित करने की विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही वहां उपस्थित वैज्ञानिकों ने आगजनी के विभिन्न आश्चार्यचकित घटनाओं की फॉरेंसिक रिपोर्ट असली, नकली उपादातों की जानकारी, अफीम गांजा आदि नशीले पदार्थों पर विस्तृत चर्चा की। इस मौके पर वैज्ञानिक डीएस तोमर, डॉ. जेपीएन सिंह, डॉ. व्हीएस चौहान, डॉ. केसी शर्मा, डॉ. विनय मिश्रा, एसके तिवारी, डॉ. अभय भटनागर, प्रमोद नागर आदि उपस्थित थे।
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