सागर। शनिवार को नगर पुलिस अधीक्षक प्रमोद सोनकर डिग्री कालेज से जैसे ही गुजरे उन्हें कॉलेज के सामने स्थित नगर निगम के पार्क में मजनुओं की टोली एवं आसामाजिकतत्वों का जमावड़ा दिखा। तो तत्काल ही सीएसपी ने गाड़ी से उतरकर मजनुओं की धरपकड़ करना शुरु कर दिया। नगर निगम पार्क में बैठे प्रेमी जोड़ों को सीएसपी ने समझाइश के बाद छोड़ दिया।
लेकिन इस घटना ने पुलिस व्यवस्था की पोल खोल दी है। गौरतलब है कि गर्ल्स डिग्री कालेज के सामने बने नगर निगम के पार्क में असामाजिकतत्वों का जमावड़ा होने के चलते विगत दिनों पुलिस ने ही इस क्षेत्र में एक पीसीआर बेन एवं पुलिस गश्त की बात कही थी। लेकिन पुलिस की उदासीनता के चलते यहां पर न तो पीसीआर बेन खड़ी होती और न ही पुलिस के कर्मचारी समय पर गश्त करते हैं। हालही में स्थानीय लोगों ने लड़कियों को छेड़ रहे मजनुओं को सरेराह पीटा था। जिसके बाद पुलिस ने कॉलेज के आसपास गश्त की बात कही थी। लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसा नहीं हुआ।
लड़कियों पर कस्ते हैं फवतियां
स्थानीय दुकानदार ब्रजेश ने बताया कि कॉलेज के सामने प्रतिदिन कॉलेज की लड़कियों के आने जाने के समय मजनुओं का जमावड़ा लगा रहता है। यहां से गुजरने वाली लड़कियों को सिर नीचा करके जाना पड़ता है। पार्क के आसपास खड़े लड़के लड़कियों पर फवतियां कसते नजर आते हैं। इसकी शिकायत कई बार पुलिस को की गई है। लेकिन आज तक पुलिस ने ठोस कार्रवाई नहीं की है। न तो यहां पर पुलिस कंट्रोल रूम की गाड़ी खड़ी होती है और न ही पुलिसवाले।
पुलिस चौकी बने
स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई बार उन्होंने डिग्री कालेज के सामने आसामाजिकतत्वों को रोकने के लिए पुलिस चौकी की मांग की थी। कई बार पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भी दिया गया। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिसका खामियाजा गर्ल्स डिग्री कालेज में पढ़ने वाली लड़कियों को भुगतना पड़ रहा है।
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